28 April, 2017

'अक्षय्य तृतीया'

अक्षय्य हो बल, धैर्य, शौर्य, हो क्षय हर पातकी,
हर वार हो परशु सा, हर गाथा दिग्विजय की,
हो पूजन वैभव का, भक्ति भी अप्रतिम की,
हो प्रारंभ महाकथा भी, किंतु शांति के महापर्व की।
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12 April, 2017

'ख़ूँ-ओ-ख़ंजर'

ट्रम्प चला सँवारने, किरमिच-ए-समंदर लहू से,
किम हुआ है क़िर्मिज़ी, इरादा-ए-इंतिक़ाम से,
करे कौन फ़िक्र-ए-अवाम, बीमार सब जुनूँ-ए-जंग से,
कहो होगा इन्सान कब तक, ख़ूँ ख़ंजर-ए-रंजिश से.

(ख़ूँ-ओ-ख़ंजर-blood & dagger, किरमिच-ए-समंदर-canvas of sea, क़िर्मिज़ी-red, इरादा-ए-इंतिक़ाम-intention to vengeance, फ़िक्र-ए-अवाम-concern about citizens, जुनूँ-ए-जंग-insane desire for war, ख़ूँ-blood(here-murdered), ख़ंजर-ए-रंजिश-dagger of hostility)
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