12 July, 2022

• क़त्ल-ए-ख़्वाहिश

परवाना-ए-महफ़िल को न अफ़सोस, तमाम ख़्वाहिशों के क़त्ल का,
शमअ-ए-ग़ैर के अरमान पूरे किए थे, ख़ुद की आरज़ू को फ़ना कर.

(क़त्ल-ए-ख़्वाहिश-execution of wish, १-execution, २-flare of stranger, ३-wipe out)
*****