सतरंग चढ़ते-घुलते
रंगाते, मुलव्वन१ हर क़त्रा क़ुद्रत का,
प्यार मिलता-बढ़ता
हटाता, साया नफ़्रत-ओ-रंजिश२ का,
कोयल सी शीरीं३
ज़बाँ बनती, साज़ हर तरन्नुम-ए-धड़कन४ का,
ओढ़ती हर साँस
देखो, कैफ़-ओ-गुलाल५ गुल-ए-पलास का.
■ Holi Greetings
(Select
lines from my Hindi-Urdu poetry book)
(सदा-ए-फागुन-call
of Phagun, १-colorful, २-hatred &
enmity, ३-sweet, ४-song of heartbeats, ५-elation&
Gulal)
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