05 October, 2023

• मँझार

मुझे बहाता चला गया मेरे ख़िलाफ़,
ज़माने से सुनी हुई तौहीन का तअस्सुर,
मैं नावाक़िफ़ रहा मेरी ख़ुदएतिमादी से,
क्यों इलज़ाम लगाऊँ ग़ैरों पर.

(तअस्सुर-influence, ख़ुदएतिमादी-self-confidence)
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1 comment:

sonia said...

Well said . Holds good for many of us