05 October, 2023

• मँझार

मुझे बहाता चला गया मेरे ख़िलाफ़,
ज़माने से सुनी हुई तौहीन का तअस्सुर,
मैं नावाक़िफ़ रहा मेरी ख़ुदएतिमादी से,
क्यों इलज़ाम लगाऊँ ग़ैरों पर.

(१-offend, २-influence, ३-self-confidence, ४-blame)
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2 comments:

sonia said...

Well said . Holds good for many of us

Jitendra Rachalwar (Rachal) said...

👍