20 May, 2020

• शीरीं-ओ-शादाब

तपती ख़ुश्क फ़ज़ा सँभलती, सुन कोयल की शीरीं बहर,
मायूस चहचहों की हौसलाअफ़्ज़ाई, करता क़िर्मिज़ी गुलमोहर,
बेज़ार शाम को सुकून दिलाती, जाफ़री गुलों की चादर,
शब्बो सहलाती बेक़रार शब, शमीम में लिपटी सहर.

(शीरीं-ओ-शादाब-sweet & colourful, १-sweet, २-poem, ३-morale boosting, ४-red, ५-yellow, ६-fragrance, ७-dawn)
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# Summer

2 comments:

Unknown said...

खूपच सुंदर अभिव्यक्ती आहे फुलांची व रंगांची

Unknown said...

Beautifully written Sir..perfect words for beautiful Gulmohar