A collection of promotional pages of my poetry books, poems, stories, articles and shayari
23 October, 2019
22 October, 2019
• मुकम्मल
लब बस तअमील१ करने
के क़ाबिल हैं,
अलफ़ाज़२ महज़
ज़रीआ है इज़हार३ का,
जज़्बात४ अकसर
मजबूर ही रह जाते हैं,
नायाब होता है मुकम्मल५ होना
इश्क़ का.
(१-obey, २-words, ३-express, ४-emotions, ५-absolute)
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21 October, 2019
09 October, 2019
• ग़ज़ल
मत्ला-ए-विसाल१
हमारा, आब-ए-चश्म२ से लिखा तुमने,
जाने कितने अशआर
बह गए, मेरे आब-ए-दीदा३ में,
तुम्हारी
ग़ज़ल-ए-ज़ीस्त४ में, फ़न पाया मुआशरे ने,
मेरा हुनर-ए-इश्क़
मगर, दर्ज हुआ मक़्ता-ए-हिज़्र५ में.
(१-first
couplet of Ghazal of union, २&३-tears, ४-song of life, ५-concluding
couplet of Ghazal of separation)
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05 October, 2019
• शोर
ख़ामोशी हो चुकी है
आदी, शोर-ए-सवालात-ए-गिर्द१ की,
उल्फ़त मगर सिहर
जाती है, महज़ सरगोशी-ए-ख़यालात२ से,
जुस्तजू-ओ-तसव्वुर३ में
तरसना, है फ़ित्रत ख़ामोश तनहाई की,
शोर-ए-तख़्लिया४ से
परीशाँ मगर, मुतअस़्स़िर५ भी उल्फ़त उसीसे.
(१-surrounding
noise of queries, २-whisper of thoughts, ३-search & imagination, ४-noise of
solitude, ५-inspired)
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